डॉ मुहम्मद बिन अब्दुल करीम अल इस्सा जैसे महान स्वयंसेवक के नेतृत्व में मुस्लिम वर्ल्ड लीग वैश्विक-इस्लाम में आदर्श छवि बनाने के लिए काम कर रही है। भारत में विशेष महत्वपूर्ण यात्रा करने जा रहे हैं क्योंकि यहां दुनिया के मुसलमानों का दूसरा या तीसरा सबसे बड़ा आबादी बसता है। उन्हें भारत के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश लेकर आ रहें हैं, साथ ही अन्य धर्मों के लोगों के लिए भी।
इस्लाम के प्रति दुनिया में कई भ्रांतियां हैं, जिन्हें मुस्लिम वर्ल्ड लीग और डॉ इस्सा का लक्ष्य दूर करना चाहते हैं। यह संगठन सऊदी अरब के न्यायमंत्री बनने से पहले से ही कई सुधार कार्यों में जुट चुके हैं। इसमें न्यायिक सुधार, पारिवारिक मुद्दे, युवा, स्त्री और मानवाधिकार सम्बंधित मुद्दे शामिल हैं।
उन्हें इस्लाम की शांतिप्रिय और मानवीयता की प्रोत्साहना बनानी है और यह समझाना है कि इस्लाम हिंसा को बढ़ावा नहीं देता। वे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस्लाम से जुड़ी कई भ्रांतियों को दूर करने के मिशन पर हैं। भारत-यात्रा के दौरान वे मध्यमार्गी इस्लाम, विभिन्न सभ्यताओं के साथ संवाद, धार्मिक सहिष्णुता, अंतर-संस्कृति संवाद, अहिंसा और धार्मिक-बहुलता जैसे विषयों पर अपने विचारों को साझा करेंगे। विवेकानंद फाउंडेशन के एक कार्यक्रम में साधुओं के बीच सौहार्द बनाए रखने के लिए वक्तव्य देंगे। इस दौरान उन्हें दिल्ली की जामा मस्जिद में नमाज अदा करने का और आगरा के ताज महल की यात्रा करने का भी अवसर मिलेगा।
इस खबर को पूरा पढ़ने के लिए hindi.awazthevoice.in पर जाएं।
ये भी पढ़ें: आयुषी सिंह UP PCS पास कर DSP बनीं, कैसे की थी पढ़ाई?
आप हमें Facebook, Instagram, Twitter पर फ़ॉलो कर सकते हैं और हमारा YouTube चैनल भी सबस्क्राइब कर सकते हैं।