असत्य पर सत्य की विजय के प्रतीक रूप में रंगों का त्योहार होली इस बार 24 मार्च को मनाई जाएगी। होलिका दहन रात 11ः07 बजे से 12ः18 बजे तक होगा। जबकि रंग खेला यानी धुलेंडी अगले दिन 25 मार्च को होगी। जानिए होली के मुख्य मुहूर्त के बारे में।
प्रज्वलन मुहूर्त: रात 11.07 बजे से 12ः18 बजे तक
भद्रा पूंछा का समापन: रात 11ः58 बजे
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त: रात 12ः18 बजे से 1ः07 बजे तक
धुलेंडी 25 मार्च की सुबह 7ः07 बजे से 12ः18 बजे तक
होली और चंद्र ग्रहण
इस बार होली पर चंद्र ग्रहण भी होगा। चंद्र ग्रहण 25 मार्च को सुबह 10ः23 बजे से प्रारंभ होगा और दोपहर 3ः02 बजे तक चलेगा। चूंकि चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए भारत में इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।
होली बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन की जाती है और उसके अगले दिन, यानी चैत्र कृष्ण प्रतिपदा को रंगों भरी होली खेली जाती है।
होली के त्योहार की तैयारियाँ पूरे देश में जोर-शोर से हो रही हैं। लोग रंग, पिचकारी, मिठाई आदि खरीद रहे हैं। घरों को सजाया जा रहा है और स्वादिष्ट व्यंजनों की तैयारियाँ की जा रही हैं। होली का त्योहार भाईचारे और प्रेम का प्रतीक है। आइए हम इस त्योहार को हर्षोल्लास के साथ मनाएं और बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश दें।
होली के त्योहार पर सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। ज्वलनशील पदार्थों का सावधानी से प्रयोग करें और पानी बचाने का भी ध्यान रखें।
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