भारतीय सूफी संतों (Sufi saints) ने सामान्य अच्छे और सद्भावना के मूलभूत सिद्धांतों (fundamentals) के साथ समग्र भारतीय संस्कृति (Indian Culture) का आधार बनाया है। उन्होंने बहुसांस्कृतिक (multicultural), प्रगतिशील और बहुलवादी इस्लामी परंपरा (Progressive and pluralistic Islamic tradition) का प्रचार किया। इसकी लोकप्रियता का मुख्य कारण वैदिक आध्यात्मिकता (Vedic spirituality) में इसकी भूमि के साथ था।
भारतीय सूफीवाद सार्वभौमिक मानवतावाद, भाईचारे, शांति और बहुलवाद के समतावादी मूल्यों पर आधारित हैं। यह उनके मुताबिक सभी मनुष्यों को प्यार और सम्मान करने की धारणा को सशक्त करता है।
भारत उनकी आस्था और पंथ की भूमि रहा है, और इससे विविधता में एकता की धारणा को प्रभावित किया गया है।
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