बरसात के मौसम में डेंगू (Dengue), मलेरिया और चिकनगुनिया (Chikungunya) जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। यह मौसम मच्छर जनित बीमारियों के प्रसार के साथ-साथ बैक्टीरिया और वायरल संक्रमणों (Bacterial and Viral Infections) के संचरण को बढ़ावा देता है। डेंगू, एक गंभीर पीड़ा, बड़ी संख्या में रोगियों के साथ अस्पतालों को भर देता है। यह जीवन के लिए खतरनाक स्थिति पैदा करता है।
इस प्रकार, निवारक उपायों के अलावा, डेंगू के लक्षणों की तुरंत पहचान करना और उचित चिकित्सा मार्गदर्शन प्राप्त करना महत्वपूर्ण हो जाता है। हालांकि डेंगू किसी भी उम्र के व्यक्तियों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन बच्चों में इसकी संवेदनशीलता अधिक होती है। डेंगू के साथ, प्लेटलेट का स्तर लगातार घटता जाता है, जिससे रोग की गंभीरता बढ़ जाती है।
चूंकि बच्चे अक्सर बाहर जाते हैं और ऐसे पार्कों का पता लगाते हैं जहां उन्हें डेंगू होने का खतरा होता है, इसलिए जरूरी है कि लक्षणों को तुरंत पहचान लिया जाए और उपयुक्त उपचार की तलाश की जाए। बच्चों में डेंगू के लक्षणों के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
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