मैं साकिब सलीम, एक भारतीय मुस्लिम (Indian Muslim) हूँ और यही मेरी पहचान है। हाल के दिनों में, भारतीय और मुस्लिम (Indian and Muslims) की इन दो पहचानों के बीच एक झूठे द्वंद्ववाद (False dilemma) पर बहस देखी है। जो भी हो, वे समाजों, संस्कृतियों और राष्ट्रों को जानते हों या ना जानते हों, भारतीय मुस्लिम, अरबी मुस्लिम, तुर्क मुस्लिम, मोरक्कन मुस्लिम, फ्रांसीसी मुस्लिम (Indian Muslim, Arabic Muslim, Ottoman Muslim, Moroccan Muslim, French Muslim) या किसी भी अन्य जाति या राष्ट्रीयता के रूप में स्वाभाविक हैं, जोने इस्लाम को धर्म के रूप में स्वीकार किया है।
जब तक मैंने कॉलेज में प्रवेश नहीं किया था, तब तक मैं दोनों के बीच किसी भी तरह के द्वंद्व से अनजान था। मेरे दादा एक इस्लामिक विद्वान थे, और उन्होंने बताया कि हमारे पूर्वज गौर ब्राह्मण थे। जब उन्होंने इस्लाम को अपने धर्म के रूप में स्वीकार किया, तो लोग उन्हें गारा कहने लगे।
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