आज के वक्त में जहां फै़शन ट्रेंड तेज़ी से बदलता रहता है, नई-नई चीज़े जल्दी लोग पसंद कर लेते हैं। लेकिन Kriti & Kunal की एक अपनी अलग रहा है। ये दोनों आर्टिस्ट पिछले आठ सालों से भारतीय पारंपरिक कला को एक नया रूप देकर उसे अंतरराष्ट्रीय पहचान दिला रहे हैं। उनका डिज़ाइन स्टूडियो Kriti & Kunal इस सोच की मिसाल है कि भारत में हाथों के हुनर की कोई सीमा नहीं है।
एक प्रेरणा से शुरू हुआ सफ़र
कृति की ज़िंदगी में टेक्सटाइल की दिलचस्पी बचपन से थी। उनकी मां एक बुटीक चलाती थीं, जिसमें सौ से ज़्यादा कारीगर काम करते थे। यही माहौल कृति के अंदर कला और डिज़ाइन के लिए गहरा लगाव पैदा करता गया। स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फै़शन टेक्नोलॉजी (NIFT), नई दिल्ली से टेक्सटाइल डिज़ाइन में ग्रेजुएशन किया। वहीं उनकी मुलाकात कुणाल से हुई, और फिर दोनों ने मिलकर इस डिज़ाइन स्टूडियो की नींव रखी।

कला की कई परतें: फै़शन से लेकर दीवारों तक
Kriti & Kunal का काम सिर्फ़ कपड़ों तक नहीं है। वो फै़शन, होम डेकोर, म्यूरल्स और हैंड-पेंटेड वॉल आर्ट तक कई अलग-अलग प्रोडक्ट बनाते हैं और पेंट करते हैं। इनका हर डिज़ाइन परंपरा, बारीकी और मॉडर्न सोच की मिसाल है। उनका मानना है कि एक अच्छे डिज़ाइन के लिए सिर्फ़ आर्ट ही नहीं, बल्कि लोगों की लाइफ स्टाइल, पसंद, रहन-सहन और बिहेवियर को भी समझना ज़रूरी है। कृति कहती हैं कि “जितना ज़्यादा देखेंगे और गौर से देखेंगे, उतना बेहतर बनाएंगे।”
डिज़ाइन की चुनौतियां और मेहनत
कृति ने DNN24 को बताया कि एक डिज़ाइन को तैयार करने में बहुत सी बारीकियों का ध्यान रखना पड़ता है, जैसे कपड़े के बटन पर कैसा डिज़ाइन होगा, बॉर्डर कैसा होगा, रंग कहां कौन से इस्तेमाल करना है। लेकिन सबसे बड़ी चुनौती है डिज़ाइन की नकल और उसके वैल्यू लोगों को समझाना। कृति बताती हैं कि अपने नज़रिए से बनाए गए आर्ट को समझाना आसान नहीं होता।
कभी-कभी लोग उनके डिज़ाइन की नकल कर लेते हैं। वो कहती हैं कि एक जगह बैठकर पेंटिंग करने का जो सुकून है, वो और किसी चीज़ में नहीं है। अलग-अलग जगहों पर जाकर अनुभव लेना, वहां की संस्कृति को महसूस करना और फिर डिज़ाइन बनाना, ये एक मेहनत भरा लेकिन मज़ेदार काम है।
Big Bright Life: प्लस साइज़ फै़शन का नया चेहरा
Kriti & Kunal ने अपना ब्रांड “Big Bright Life” शुरू किया, जो प्लस साइज़ महिलाओं के लिए वाइब्रेंट कपड़े डिज़ाइन करता है। उनका मानना है कि हर महिला सुंदर दिखने और ब्राइट कपड़े पहनने का हक रखती है, चाहे उसका शरीर कैसा भी हो। वो शर्ट, ड्रेसेज़, पैंट, जंपसूट, सूट, साड़ी, स्कार्फ जैसे अलग-अलग फैशन प्रोडक्ट्स पर डिज़ाइन बनाते हैं और बेचते हैं। फै़शन के साथ-साथ Kriti & Kunal होम फर्निशिंग पर भी काम करते हैं, जैसे बेडशीट्स, कुशन कलेक्शन, टेबल रनर, मैट्स, वॉलपेपर और हैंड-पेंटेड वॉल म्यूरल्स। उनका मक़सद है कि कला सिर्फ़ दीवारों या गैलरी तक न रहे, बल्कि लोगों के घरों और रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा बने।

Kriti & Kunal की सोच है कि डिज़ाइन सिर्फ़ बिज़नेस नहीं है, ये एक आंदोलन (movement) है। वो भारतीय परंपरा को मॉर्डन क्वालिटी और तकनीक से जोड़ते हैं ताकि एक ऐसी विरासत बनाई जा सके जो हमेशा ज़िंदा रहे। उनका मानना है कि कला को शोपीस नहीं बल्कि जीवन के अनुभव और सोच से जुड़ना चाहिए।
डिज़ाइनर्स के लिए नई संभावनाएं
कृति इस बात पर ज़ोर देती हैं कि भारत में टेक्सटाइल इंडस्ट्री का फ्यूचर बहुत अच्छा है। वो चाहती हैं कि डिज़ाइन स्कूलों के स्टूडेंट्स महज़ थ्योरी तक सीमित न रहें, बल्कि इनोवेशन के ज़रिए नए-नए प्रोडक्ट्स बनाएं और अंतरराष्ट्रीय मंचों तक पहुंचे। उनका मानना है कि एग्ज़ीबिशन और डिज़ाइन इवेंट्स डिज़ाइनर्स को अपने काम को दुनिया के सामने लाने का मौक़ा देते हैं और ऐसे इवेंट्स की तादाद बढ़नी चाहिए।
कृति कहती हैं कि “हर दिन कुछ नया सीखो, नई तकनीकों के साथ अपडेट रहो। जो भी चीज़ें आपको इंस्पायर करें,उन्हें आंखें खोलकर देखो और सोचो कि आप उससे कैसे कुछ नया बना सकते हो।” उनका यही कहना है कि अगर आप अपने शौक या पैशन को लेकर ईमानदार हैं, दिल लगाकर मेहनत करते हैं, तो ज़िंदगी में एक अच्छा और प्रेरणा देने वाला सफर तय कर सकते हैं।
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