दुनिया भर में कई देशों में समान नागरिक संहिता को लागू किया जाता है। इन देशों में सभी लोगों के लिए एक ही कानून व्याप्त होता है। इनमें अमेरिका, आयरलैंड, इंडोनेशिया, मलेशिया, मिस्र, तुर्की, पाकिस्तान, बांगलादेश, और सूडान जैसे देश शामिल होते हैं। सऊदी अरब की बात करें तो यहां भी समान नागरिक संहिता लागू होती है।
जरूरी है कि हम जानें कि सऊदी अरब में इस्लामी कानून प्रचलित होता है, और यह कानून सभी के लिए समान रूप से लागू होता है, यानी कि यहां गैर मुस्लिमों के लिए भी वही कानून है जो मुस्लिमों के लिए है। इसलिए इसे समान नागरिक संहिता कहना सही होगा। वहां के गैर मुस्लिम लोग यह नहीं कहते कि हमारे मामले हमारे धर्मग्रंथों के आधार पर हल किए जाएं, बल्कि वे सऊदी अरब के कानून का सम्मान करते हैं।
इसके साथ ही, सवाल यह है कि जब सऊदी अरब में सभी मजहबों के लोगों के लिए एक कानून हो सकता है, तो भारत में क्यों नहीं? यह प्रश्न विचार करने योग्य है।
इस खबर को पूरा पढ़ने के लिए hindi.awazthevoice.in पर जाएं।
ये भी पढ़ें: आयुषी सिंह UP PCS पास कर DSP बनीं, कैसे की थी पढ़ाई?
आप हमें Facebook, Instagram, Twitter पर फ़ॉलो कर सकते हैं और हमारा YouTube चैनल भी सबस्क्राइब कर सकते हैं।