जहां पूरा देश चंद्रयान-3 लैंडर के चंद्रमा पर उतरने का बेसब्री से इंतज़ार कर रहा है, वहीं अंतरिक्ष में जाने वाले पहले भारतीय राकेश शर्मा का चंद्रयान-3 को लेकर कहना है कि जश्न मनाने का वक्त आ गया है। हाल ही में आवाज द वॉयस को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि “भारत की ताकत नई खोज है। इससे अन्य अंतरिक्ष शक्तियों के साथ उच्च तालिका में जगह बनाई है। अब भारत विश्व की अंतरिक्ष नीति को प्रभावित करने की स्थिति में है।
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा था, अंतरिक्ष अनुसंधान और विकास में एंड-टू-एंड क्षमताओं वाले अंतरिक्ष यात्रा करने वाले देशों में भारत पांचवां देश है, जिसमें हमारी अपनी भूमि से लॉन्च करने और पृथ्वी अवलोकन, उपग्रह संचार के कार्यक्रमों को संचालित करने की क्षमता भी शामिल है। इसके साथ साथ मौसम विज्ञान, अंतरिक्ष विज्ञान, नेविगेशन और जमीनी बुनियादी ढांचा, भी इसमें शामिल है।
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह की इस बात को लेकर राकेश शर्मा से पूछा गया कि डॉ। जितेंद्र सिंह की इस बात से कितना सहमत हैं ? राकेश शर्मा ने कहा, “मैं उनसे पूरी तरह सहमत हूं, क्योंकि जो वह हमें बता रहे हैं वह वास्तव में इसरो की पिछले चार या पांच दशकों की यात्रा है। यह वास्तव में शानदार यात्रा रही है। हम बहुत छोटे कदमों से शुरुआत करके लगातार प्रगति कर रहे हैं। आज हम न केवल एक मानवयुक्त अंतरिक्ष कार्यक्रम और अपने स्वयं के अंतरिक्ष यात्रियों को लॉन्च करने की तैयारी में हैं, बल्कि हम एक वाणिज्यिक उद्यम के रूप में मित्र देशों के लिए उपग्रहों को भी कक्षा में स्थापित कर रहे हैं।”
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