27-Jul-2024
Homeहिंदीइस्लाम में कुर्बानी की बहुत बड़ी फजीलत है

इस्लाम में कुर्बानी की बहुत बड़ी फजीलत है

ये कुर्बानियां क्या हैं?" आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने उत्तर दिया, "तुम्हारे बाप हज़रत इब्राहीम (अलैहिस्सलाम) की सुन्नत है।"

कुर्बानी” (sacrifice) शब्द का अर्थ है “करीबी”। लोग अपने चौपायों को अल्लाह के नाम पर कुर्बान करके इलाही करीबी हासिल करना चाहते हैं। इस्लाम में कुर्बानी का अज्र बहुत बड़ा है। ईद-उल-अजहा पर कुर्बानी करना हज़रत इब्राहीम (अलैहिस्सलाम) की सुन्नत है। हज़रत सैयदना ज़ैद बिन अरकम (रज़ियल्लाहु अन्हु) फरमाते हैं कि सहाबा (रज़ियल्लाहु अन्हु) ने पूछा, “या रसूल अल्लाह, ये कुर्बानियां क्या हैं?” आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने उत्तर दिया, “तुम्हारे बाप हज़रत इब्राहीम (अलैहिस्सलाम) की सुन्नत है।” सहाबा ने पूछा, “हमारे लिए क्या सवाब है?” आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया, “हर बाल के बदले एक नेकी है।” सहाबा ने पूछा, “और अदन में से?” आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने उत्तर दिया, “उसके हर बाल के बदले भी एक नेकी है।”

(इब्ने माजा) हज़रत जाबिर (रज़ियल्लाहु अन्हु) से रिवायत है कि नबी-ए-करीम (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने बकरा ईद (Eid al-Adha (ईद उल-अज़हा) के दिन सिंग वाले चितकबरे खस्से दो मेंढ़े ज़बह किए। जब आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने उन्हें क़िब्ला की तरफ़ लिटा दिया।

इस खबर को पूरा पढ़ने के लिए hindi.awazthevoice.in पर जाएं।

ये भी पढ़ें: आयुषी सिंह UP PCS पास कर DSP बनीं, कैसे की थी पढ़ाई?

आप हमें FacebookInstagramTwitter पर फ़ॉलो कर सकते हैं और हमारा YouTube चैनल भी सबस्क्राइब कर सकते हैं।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments