चॉक, मिट्टी, रबड़, और कागज जैसी नाखून चबाने वाली वस्तुएं खाने की अद्वितीय आदत को ‘ईटिंग डिसॉर्डर‘ कहा जाता है, जो किसी भी उम्र में हो सकता है। यह बीमारी न केवल बच्चों में होती है बल्कि बड़ों में भी। कुछ लोग ऐसी वस्तुओं को अपनी पसंदीदा डिश की तरह खाते हैं। यह आदत धीरे-धीरे उभरती है जब माइंड बॉडी को इन वस्तुओं को खाने का ऑर्डर देता है।
इसलिए, बिना सोचे समझे इन्हें खाने वाले लोग अंदर-अंदर गंभीर रूप से बीमार होते हैं। इस आदत के चलते शरीर में आयरन की कमी होती है जो कई रोगों का कारण बन सकती है। यह आदत बच्चों में अधिक देखी जाती है, लेकिन दौरानी आदत बढ़ती उम्र में भी शुरू हो सकती है। लोगों को अपने खाने के हब्बे खुशी पर नियंत्रित करना चाहिए और इस खतरनाक आदत से बचना चाहिए।
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