720 वां उर्स मुबारक (Urs Mubarak of Hazrat Nizamuddin Aulia): हज़रत निज़ामुद्दीन औलिया के यौम ए वफात के अवसर पर एक नवंबर से पांच दिवसीय उर्स का आयोजन कराया गया था, जो आज पूरा हो गया है। इस दौरान कव्वाली के जरिए हज़रत निज़ामुद्दीन को शानदार श्रद्धांजलि दी गई। और आखिर में लंगर बांटा गया। इस साल उर्स समारोह में देश और दुनिया के कोने कोने से लोग शामिल हुए थे।
दरगाह हज़रत निज़ामुद्दीन के संरक्षक काशिफ अली निज़ामी ने बताया कि इस साल भी पाकिस्तान से तीर्थयात्री भी आए, जिनकी तादाद करीब 130 थी। उन्होंने यह भी बताया कि उर्स समापन के मौके पर देश के उज्जवल भविष्य, शांति, फलस्तीन में अमन स्थापित के लिए दुआ कराई, जिसमें सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया।
दिल्ली सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन भी शामिल हुए और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तरफ से पारंपरिक चादर चढ़ाई। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री की तरफ से दिल्ली और देशवासियों के लिए सुख-समृद्धि, अमन-चैन और भारत को दुनिया का नंबर 1 देश बनाने की दुआ मांगी।
हज़रत निज़ामुद्दीन का यह 720वां उर्स था। निजामुद्दीन औलिया की मृत्यु 3 अप्रैल, 1325 को हुई, इसके बाद तुगलक वंश के प्रसिद्ध शासक मुहम्मद बिन तुगलक नेहज़रत निज़ामुद्दीन औलिया के दरगाह का निर्माण किया। वह हजरत निजामुद्दीन का बहुत बड़ा अनुयायी था। कई सौ सालों के बाद भी आज हज़रत निज़ामुद्दीन के वंशज ही दरगाह की देखभाल करते हैं।
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