मशहूर तैराक एल्विस अली हज़ारिका ने पोलैंड के ग्दान्स्क पोमेरेनियन के बीच पर पुक ग्दान्स्क बाल्टिक सागर की खाड़ी को सफलतापूर्वक पार किया है और ऐसा करने वाले वो पहले पहले असमिया है।
एल्विस ने आवाज़ द वॉयस को बताया कि “ये एक बहुत ही मुश्किल, साहसिक काम था। क्योंकि मुझे बहुत सारी जेलीफ़िश, ज़बरदस्त ठंड, समुद्री जीव और सील के साथ तैरना था। खारा पानी, तेज़ पानी की लहरों ने मेरी यात्रा को और अधिक मुश्किल बना दिया था। तैराकी बहुत ही थका देने वाली थी। ऐसा करने के बाद यह मेरे और असम के लोगों के लिए एक सपने के सच होने जैसा था।”
41 साल के एल्विस ने पहले भी दुनियाभर के कई चुनौतीपूर्ण चैनलों को पार किया हैं। वो उत्तर पूर्व भारत के पहले है जिन्होने नॉर्थ चैनल को सफलतापूर्वक तैरकर पार किया है। इसके अलावा एल्विस ने 2019 में कैटलिना चैनल (यूएसए) और 2020 में लगातार दो बार मुंबई के तट से अरब सागर को तैरकर सफलता हासिल की थी।
मां कामाख्या और मां बगलामुखी के भक्त एल्विस अली हजारिका नए कीर्तिमान स्थापित कर भारत के युवाओं के लिए प्रेरणा के प्रतीक बन गए हैं। उन्होने महज़ सात साल की उम्र में तैराकी शुरू की थी और अब अपने करियर में करीब 23 राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाए चुके हैं। उन्होंने लगभग 68 पदक जीते, जिसमें 20 अंतरराष्ट्रीय पदक शामिल थे।
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