हरियाणा के फरीदाबाद जिले का खंदावली गांव एक अलग ही तस्वीर पेश कर रहा है। खंदावली गांव में पिछले डेढ़ दशक में शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक बदलाव देखने को मिला है। बच्चों के शिक्षा के प्रति जागरूक होने के चलते ही आज उनका कॉलेज और यूनिवर्सिटी जाना संभव हो रहा है।
गांव के 70 वर्षीय अब्दुल रहीम आज शिक्षा के क्षेत्र में जागरूकता आने से बेहद खुश है। उन्होंने आवाज द वॉयस को बताया कि “पहले केवल उनके बच्चे कुरान और नमाज तक ही सीमित थे। आज शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे है।” वहीं पुरष और महिला के लिंगानुपात में खंदावली खास अहमियत रखता है। गांव में लड़कों की तुलना में लड़कियों की संख्या ज्यादा है। इसके लिए ग्राम पंचायत को सम्मानित भी किया जा चुका है।
आज शिक्षा के स्तर बढ़ने से गांव में कोचिंग सेंटर खोलने की जरूरत महसूस हो रही है। कोचिंग सेंटर खुलने से बच्चों में उच्च शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकेंगे।
स्कूल की प्रिंसिपल शशि यादव कहती हैं, “इस स्कूल के बच्चे खेलों के साथ शिक्षा में भी नाम रोशन कर रहे हैं। 10 वीं कक्षा में कई बच्चों ने 80 फीसदी अंक हासिल किए हैं। यहां की लड़कियां बहुत काबिल हैं। उन्हें केवल प्रोत्साहित करने की जरूरत है।”
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