कला किसी बड़ी गैलरी की मोहताज नहीं होती। कभी-कभी एक छोटे से गांव की गलियों से भी वो आवाज़ उठती है, जो देशभर में गूंजती है। उत्तर प्रदेश के ज़िले बदायूं के एक छोटे से गांव विजय नगला की रहने वाली Noorjahan की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। एक ऐसी आर्टिस्ट, जिनके ब्रश ने मोहब्बत को रंग दिया, जो कला को तहज़ीब से जोड़ती हैं।
छोटी सी उम्र, बड़ा सपना
Noorjahan इस वक़्त बदायूं के GGIC गर्ल्स इंटर कॉलेज में 11वीं क्लास में पढ़ाई कर रही हैं। वो पढ़ाई के साथ-साथ आर्ट में भी एक्सपर्ट हैं। उनका मानना हैं कि पढ़ाई और कला दोनों को एक साथ बैलेंस करना आसान नहीं है, लेकिन जब जुनून हो तो कोई भी काम मुश्किल नहीं लगता।
उनके परिवार में छह बहनें और दो भाई हैं। उनके पिता सिलाई का काम करते हैं, जबकि मां हाउस वाइफ होने के साथ-साथ सिलाई में हाथ बंटाती हैं। नूरजहां बताती हैं, “रात-दिन सिलाई करके पापा ने हम सभी को पढ़ाया। वो हमेशा कहते थे कि बेटा कुछ बड़ा करना। मैंने उनका सपना उनकी आंखों में देखा है।”

कैसे शुरू हुआ आर्टिस्ट बनने का ख़्वाब?
Noorjahan ने आठवीं कक्षा में इंसानों के चेहरे बनाना शुरू कर दिया था। उस वक़्त उन्होंने यूट्यूब पर ‘Artist for job’ सर्च किया और यहीं से उनके सपनों ने रफ़्तार पकड़ी। उन्हें यूट्यूब पर अजय मीना सर का एक वीडियो मिला का, जो आर्ट कंपटीशन आयोजित करते हैं और कलाकारों को गाइड करते हैं। Noorjahan ने पहली बार उनके एक कंपटीशन में हिस्सा लिया। वो बताती हैं, “अजय सर मेरे लिए सिर्फ़ गुरु नहीं हैं, बल्कि मेरे मार्गदर्शक हैं। उन्होंने ही आर्ट से पैसे कमाने का रास्ता दिखाया।”
जब Noorjahan को पहली बार स्केच के बदले पैसे मिले, तब उन्होंने उसी पैसे से पढ़ाई और आर्ट मैटेरियल का खर्च उठाना शुरू किया। अजय सर ने नूरजहां को सुझाव दिया कि वो अपनी पेंटिंग की वीडियो बनाकर यूट्यूब पर डालें, जिससे वो पैसे भी कमा सकती हैं। अजय सर ने नूरजहां की बनाई पेंटिंग को अपने चैनल पर भी शेयर किया, जिससे नूरजहां को एक नई पहचान मिलनी शुरू हुई।
समाज की ताने और परिवार का साथ
नूरजहां कहती हैं, “लोग कहते थे कि लड़कियों को बाहर नहीं जाना चाहिए, आर्ट में करियर नहीं होता, लड़कियों को पढ़ाना पैसे की बर्बादी है, फोन हाथ में क्यों है? लेकिन मेरे पापा ने कभी किसी की नहीं सुनी। उन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया।” उनका पूरा परिवार, ख़ासकर उनके भाई-बहन, हर कदम पर उनके साथ खड़े रहें।
नूरजहां के पिता ने लोगों की बातें न सुनकर Noorjahan को कभी किसी चीज़ को लेकर नहीं टोका। लेकिन आज वही लोग कहते हैं, “मेरी बेटी को भी आर्ट सिखाओ।” नूरजहां कहती हैं कि, “अब लड़कियां भी लड़कों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही हैं।”

जब 15 पेंटिंग ने बदल दी ज़िंदगी
साल 2022 में Noorjahan ने एक साथ 15 स्वतंत्रता सेनानियों की पेंटिंग बनाकर सबको चौंका दिया। एक दिन यूट्यूब पर उनके सामने नूरूल हसन आर्टिस्ट का वीडियो आया। उन्होंने एक साथ चार पेंटिंग बनाई थी। जब नूरजहां ने वो वीडियो देखा, तब उन्होंने सोचा कि क्यों ना 15 पेंटिंग एक साथ बनाई जाए। इस पेंटिंग को बनाने के लिए नूरजहां ने अपने पिता से मदद ली और उनसे लकड़ी का फ्रेम, 15 काले, नीले और लाल रंग पैन, पेपर, टेप मगाएं। घर के बरामदे में एक छप्पर पड़ा हुआ था। जहां उन्होंने पूरा सेटअप लगाया।
उस समय नूरजहां दिन में ही पेंटिंग बनाती थी क्योंकि रात को रोशनी नहीं होती थी, जिससे वीडियो बनाने में दिक्कत होती थी। पेंटिंग बनाने के लिए पांच से छह घंटे खड़ा होना पड़ता था। हाथों और पैरों में सूजन आ जाती थी। उस पेंटिंग बनाने में दो महीने का समय लगा। जब बारिश आती थी तो छप्पर में से बना टपकता था। कई बार पेपर पर भी पानी गिर जाता था। कई बार तबीयत भी ख़राब हुई। इस पेंटिंग को बनाने के लिए पहले उन्होंने सात से आठ महीने की प्रैक्टिस की थी। और जब आनंद महिंद्रा ने इसे X (ट्विटर) पर शेयर किया, तब नूरजहां की ज़िंदगी बदल गई।
मुंह और पैरों से बनाई पेंटिंग
Noorjahan हाथों के साथ-साथ पैरों और मुंह से भी पेंटिंग बनाती हैं। उन्होंने पैरों से सलमान ख़ान की पेंटिंग बनाई और मुंह से एक साथ दो पेंटिंग बनाईं थी। उन्होंने एक लकड़ी ली, दोनों सिरों पर पेन बांधा और मुंह से लकड़ी के बीच वाले हिस्से को पकड़कर एक साथ दो पोटिंग बनाई। यह उनकी ज़िद, मेहनत और एक नई सोच थी। जिसने उनको बाकी आर्टिस्ट से अलग बनाया है।

लाइव इवेंट और बहन का साथ
अब Noorjahan को देशभर से आर्ट इवेंट्स में बुलावा आता है। इवेंट में उनकी बहन भी उनके साथ जाती हैं। नूरजहां स्टेज पर जाकर लाइव पेंटिंग बनाती है। उसी दौरान उनकी बहन एक गाना गाती है, जितनी देर वो गाना गाती है उतने समय में Noorjahan को पेंटिंग बनाकर तैयार करना होता है।
नूरजहां एक किस्सा बताती हैं कि एक इवेंट में उन्होंने महात्मा गांधी की पेंटिंग बनाई थी। और उनकी बहन ने ‘ए मेरे वतन के लोगों’ गीत गा रही थी। जैसे ही नूरजहां ने महात्मा गांधी की पेंटिंग बनाकर तैयार की तो लोगों के आंखों में आंसू थे। वो कहती हैं कि शायद लोगों को अंदर की देशभक्ति की भावना थी। जिससे उनकी आंखें नम हो गई।
अवॉर्ड्स और रेसलर ‘द ग्रेट खली’ से सम्मानित
नूरजहां को अब तक के करियर में कई सारे अवॉर्ड्स से नवाज़ा जा चुका है, जिनमें मिसाइल मैन अवार्ड, पॉवरफुल वूमेन, इनफ्लुएंसर बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड, राष्ट्रीय फेस गौरव अवॉर्ड, राष्ट्र गौरव सम्मान अवार्ड, अमृत विचार अवार्ड और यूट्यूब से सिल्वर और गोल्डन बटन मिल चुका है। नूरजहां कहती हैं कि, “कभी नहीं सोचा था कि एक गांव की लड़की को इतना बड़ा मंच मिलेगा और बैंगलोर में WWE रेसलर ‘द ग्रेट खली’ मुझे सम्मानित करेंगे।”
वीडियो शूट और परिवार की टीम
नूरजहां ने बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड स्टार्स की पेंटिंग बनाई हैं, लेकिन उनके पसंदीदा एक्टर शाहरुख़ ख़ान हैं। नूरजहां पेंटिंग बनाने के साथ-साथ बुक का कवर पेज भी डिज़ाइन करती हैं। उनके यूट्यूब चैनल पर अब 2 मिलियन सब्सक्राइबर हैं और उन्हें गोल्डन प्ले बटन मिल चुका है। वो कहती हैं, “जब गोल्डन बटन हाथ में आया, तो खुद पर भरोसा बढ़ गया।”
किसी पेंटिंग तैयार हो जाने के बाद नूरजहां उसकी वीडियो शूट भी करती है। शूट में उनके भाई बहन सभी मिलकर मदद करते हैं। नूरजहां ने फेमस फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो की पेंटिंग बनाई थी। गर्मियों के मौसम में उस वक़्त खेत में जाकर वीडियो शूट करना बहुत मुश्किल हुआ करता था। उस पेंटिंग को शूट करने में करीब चार से पांच दिन का वक़्त लगा था। पांच से छह घंटे खेत में खड़े होकर शूट करती थी। नूरजहां कहती हैं कि “बाकी यूट्यूबर्स की तरह मेरे पास टीम नहीं हैं इसलिए मेरे भाई बहन मिलकर मदद करते हैं।”

करीब 500 बच्चों को सीखा चुकी पेंटिंग बनाना
नूरजहां ने जब सोशल मीडिया पर वीडियो डालनी शुरू की तो उन्हें कई लोगों के कॉमेंट्स आते थे कि हम भी पेंटिंग बनाना सीखना चाहते हैं, तब नूरजहां ने ऑनलाइन आर्ट क्लासेस देनी शुरू की। नूरजहां को आर्ट क्लास देते हुए एक साल से ज़्यादा हो चुका है और अब तक करीब 500 बच्चों को ट्रेन कर चुकी है। अगर आप भी नूरजहां से आर्ट क्लासेस लेना चाहते हैं तो उन्हें 8923192107 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
माचिस, चाय पत्ती, मोतियों से बनाई तस्वीर
एक बार नूरजहां के घर पर फर्नीचर का काम चल रहा था उन्हें आईडिया आया कि क्यों न कील से तस्वीर बनाई जाए तब उन्होंने शाहरुख खा़न की कीलों से तस्वीर बनाकर तैयार की थी। उन्होंने एक्टर अल्लू अर्जुन की माचिस की तीलियों से तस्वीर बनाई थी जिस पर लाखों व्यूज़ आए थे। इसे बनाने में करीब एक महीने का वक़्त लगा था।
नूरजहां ने बताया कि उन्होंने एक्ट्रेस मनीषा रानी और ईशा मालवीय की पेंटिंग बनाई बनाई थी और उन्होंने सोशल मीडिया पर तस्वीर शेयर की तब मनीषा रानी और ईशा ने कॉमेंट कर उनकी तारीफ की थी। नूरजहां ने भगवान महादेव और गणेश जी की भी पेंटिंग बनाई है। वो कहती हैं कि उन्होंने उनकी पेंटिंग बनाकर एकता की भावना को दर्शाया था।

सपनों की उड़ान अभी बाकी है
नूरजहां रात को पेंटिंग बनाती हैं, कई बार सुबह के तीन-चार बज जाते हैं। वो कहती हैं, कि “रात का सन्नाटा मुझे प्रेरणा देता है।” अगर वो आर्टिस्ट न होती तो शायद UPSC की तैयारी कर रही होतीं। लेकिन अब उनका सपना है कि,”मैं उन लोगों को सपोर्ट करना चाहती हूं जो किसी वजह से आगे नहीं बढ़ पाते।”
Noorjahan कहती हैं कि आज समाज में काफी बदलाव आया है, जो लोग ताने देते थे, आज वहीं लोग सपोर्ट भी करते हैं। नूरजहां की कहानी सिर्फ़ पेंटिंग की नहीं, मेहनत, हौसले और अपनेपन की है, जो हमें ये सिखाती है कि अगर इरादे मज़बूत हों, तो एक छोटे से गांव की बेटी भी देश की शान बन सकती है।
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