डॉ बुशरा खानम (Dr. Bushra Khanum), लक्ष्मी नगर के अपने आवासीय क्लिनिक में, एक स्थापित डॉक्टर बनने के लिए मां और सास की महत्वपूर्ण भूमिका को मानती हैं। जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी से बीयूएमएस (BUMS) होने के बाद, वह पिछले तीन दशकों से महिलाओं और बच्चों का इलाज कर रही हैं। उनके माता-पिता ने उनकी शिक्षा का ख्याल रखा था और उनके पति और सास ने उन्हें क्लिनिक खोलने के लिए प्रोत्साहित किया।
डॉ बुशरा खानम ने अपने क्लिनिक का नाम अपनी सास फातिमा जी के नाम पर रखा है। वह मासिक धर्म स्वच्छता में माहिर हैं और हाल ही में उन्होंने एनजीओ आवाज़-ए-ख्वातीन के सहयोग से शिविरों का आयोजन किया है। उन्होंने अपने अनुभव बांटे और मासिक धर्म से जुड़े मिथकों का पर्दाफाश किया।
इस खबर को पूरा पढ़ने के लिए hindi.awazthevoice.in पर जाएं।
ये भी पढ़ें: आयुषी सिंह UP PCS पास कर DSP बनीं, कैसे की थी पढ़ाई?
आप हमें Facebook, Instagram, Twitter पर फ़ॉलो कर सकते हैं और हमारा YouTube चैनल भी सबस्क्राइब कर सकते हैं।