गरीबी में इंसान किसी भी तरह का काम करने के लिए तैयार हो जाता है चाहे वो उसकी पसंद का हो या ना हो। जब बात अपने बच्चों के भविष्य की आती है तो एक मां किसी भी हद तक जा सकती है। गाज़ियाबाद की रहने वाली पूनम देवी इन चंद लाइनों का एक उदाहरण है। जिन्होंने कभी घर की चार दीवारों से बाहर कदम नहीं रखा, आज वो मैकेनिक बनकर सड़क के किनारे बाइक रिपेरिंग का काम कर रही है।
दरअसल पूनम के पति पेशे से मैकेनिक है, लेकिन एक हादसे में वो लकवा (Paralysis) के शिकार हो गए। इसके बाद घर की सारी जिम्मेदारी पूनम के कंधों पर आ गई। कई परेशानियां आने के बाद भी पूनम ने अपनी ज़िंदगी से हार नहीं मानी। जब उन्होंने अपने हाथों में औजार उठाये तो लोग रूककर अजीब नज़र से देखते थे। कुछ लोगों को यकीन ही नहीं होता था कि एक महिला ऐसे काम कैसे कर सकती है।
पूनम देवी ने अपने पति के छोटे-छोटे औजारों से काम करना सीखना शुरू किया था और आज वो एक सफल मैकेनिक बनकर अपने परिवार को एक बेहतर जिंदगी दे पा रही है।
इस ख़बर को पूरा पढ़ने के लिए https://hindi.thebetterindia.com/ पर जाएं।
ये भी पढ़ें: ‘तहकीक-ए-हिंद’: उज़्बेकिस्तान में जन्मे अल-बीरूनी का हिंदुस्तान की सरज़मीं से ख़ास रिश्ता
आप हमें Facebook, Instagram, Twitter पर फ़ॉलो कर सकते हैं और हमारा YouTube चैनल भी सबस्क्राइब कर सकते हैं।