असम की नाहिद आफ़रीन एक सिंगर होने के साथ-साथ एक सोशल वर्कर भी हैं। उन्हें पहली बार लाइमलाइट में तब आईं जब वो इंडियन आइडल जूनियर के 2015वें एडिशन में दूसरी रनर-अप बनीं और एक सिंगर के तौर में भारत में पहचान बनाई। 2016 में फिल्म अकीरा से उन्होंने गायिका के रूप में शुरुआत की।
नाहिद आफ़रीन को यूनिसेफ इंडिया के यूथ एडवोकेट के रूप में नियुक्त किया गया था। नाहिद ने आवाज-द वॉयस को बताया कि उन्होंने एक सिंगर के रूप में और यूनिसेफ इंडिया के यूथ एडवोकेट के तौर पर नई नौकरी के अपने एक्सपीरियंस,आइडियाज़ और प्लानिंग शेयर की हैं। जब यूनिसेफ इंडिया ने उन्हें नॉर्थ ईस्ट के लिए ‘बाल अधिकार चैंपियन’ के रूप में चुना था। तब उन्होंने जिम्मेदारी ली और असम की ओर से यूनिसेफ इंडिया के साथ दो साल तक काम किया।नाहिदी ने बताया “उस समय मैं बाल विवाह पर काम कर रही थी। मैंने असम के अलग अलग हिस्सों में बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता पैदा करने के लिए भी कई प्रयास किए हैं।
नाहिद का मानना हैं कि जब हम लड़कियों के बारे में सोचते हैं, तो हम आमतौर पर एजुकेशन,हेल्थ और डेवलपमेंट के बारे में सोचते हैं। लेकिन वो अब चाइल्ड मैरेज के साथ-साथ बच्चों की मेंटल हेल्थ पर भी काम करने की प्लानिंग बना रही हैं। उन्होंने कहा कि ‘मेरा मानना है कि किसी भी तरह का सफर कभी आसान नहीं होती। लाइफ में सफल होने के लिए हर किसी को कुछ न कुछ करना पड़ता है।
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